रायपुर (News27) 16.03.2024 ।  शिक्षा के क्षेत्र में मनमानी कर छात्रों, अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के मामले सामने आते रहे हैं। इसी तरह के एक मामला फार्मेसी काॅलेज रायपुर का है, जिसमें फीस के नाम पर उगाही किये जाने की शिकायत अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं इंडियन फार्मोसिस्ट एसोशिऐशन छत्तीसगढ़ शाखा से की गई है। यशोदा सोनवानी और उनकी बहन लीना तारक फार्मेसी कालेज रायपुर की छात्रा हैं, जिन्होंने वर्ष 2023-24 की परीक्षा अच्छे प्राप्तांक से उत्तीर्ण कर लेने के बाद भी फीस जमा नहीं करने की वजह से उन्हें अब तक मार्कशीट नहीं दिया गया । उनके अनुसार प्रथम वर्ष वार्षिक फीस उनके द्वारा दो किस्तों में जमा किया गया था, परन्तु द्वितीय वर्ष की परीक्षा में बैठने हेतु फीस उनके द्वारा यह कह कर नहीं लिया गया कि पहले शार्ट अटेडेंट की शेष बकाया फीस की राशि जमा करें अन्यथा वे द्वितीय वर्ष की परीक्षा में बैठने की पात्र नहीं होंगी। उन्होंने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, यशोदा सोनवानी के पति की मृत्यु हो गई और उनके दो बच्चे हैं जबकि लीना किसी तरह खेती-किसानी कर अपना घर चलाती हैं ऐसे में उनके समक्ष फीस के रूप में बड़ी रकम की एकमुश्त राशि जमा कर पाने में पूरी तरह असमर्थ हैं। फीस की रकम एक लाख रूपये में से अस्सी हजार की राशि की फीस में 50 हजार का भुगतान कर शेष राशि बाद में दिये जाने की सहमति बनी थी, परन्तु प्रबंधन द्वारा शार्ट अटेटेंड की फीस पहले जमा करने को कहा गया, जिससे दोनों अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर संशय में हैं । किसी तरह फीस की राशि को कम कर कोर्स पूर्ण करने की सुविधा प्रदान करने उन्होंने शासन-प्रशासन एवं फार्मेसी प्रबंधन से पूर्व वर्ष के शार्ट अटेडेंट फीस को वार्षिक फीस के रूप में परिवर्तित कर दिया जाने की मांग किये हैं।
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